Sunday, January 11, 2009

वंदे मातरम्

वंदे मातरम्
सुजलाम् सुफलाम् मलयज शीतलाम्
शस्य श्यामलाम् मातरम्
शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकित यामिनीम्
फुल्ल कुसुमित द्रुमदल शोभिनीम्
सुहासिनीम् सुमधुर भाषिनी
सुखदाम् वरदाम् मातरम् वंदे मातरम्
सप्त कोटि कंठ कलकल निनाद कराले
निसप्त कोटि भुजयिध्रुत खरकरवाले
के बोले मा तुमी अबले
बहुबल धारिणिम् नमामि तारिणिम्
रिपुदल वारिणिम् मातरम् वंदे मातरम्
तुम ही विद्या तुम ही धर्म
तुम ही हृदया तुम ही मर्म
त्वम् ही प्राणाः शरीरे
बाहुते तुम ही माँ शक्ति
हृदये तुम ही माँ भक्ति
तोमाराइ प्रतिमा गढी मंदिरे मंदिरे वंदे मातरम्
त्वम् ही दुर्गा दशप्रहारणाधारिणि
कमला कमलदल विहारिणि
वाणी विद्यादायिनी नमामि त्वाम्
नमामि कमलाम् अमलाम् अतुलाम्
सुजलाम् सुफलाम् मातरम् वंदे मातरम्
श्यामलाम् सरलाम् सुष्मिताम् भुषिताम्
धारणिम् भारणिम् मातरम् वंदे मातरम्

1 comment:

Unknown said...

Solid yaar very good